


मध्यप्रदेश विधानसभा में वित्त मंत्री जगदीश देवड़ा ने वर्ष 2025-26 के बजट भाषण की शुरुआत एक कविता के साथ की। उन्होंने कहा कि यही जुनून, यही एक ख्वाब मेरा है, वहां चिराग जला दूं जहां अंधेरा है, जनता व जनप्रतिनिधियों की बेशुमार फरमाइशें हैं, कर सकें हम सब पूरी, ये हमारी कोशिशें हैं। इस काव्यात्मक शुरुआत के साथ उन्होंने राज्य के विकास और जनकल्याण के प्रति सरकार की प्रतिबद्धता को दर्शाया।
जनजातीय कल्याण और कुपोषण मुक्ति
बैगा, भारिया और सहरिया जनजाति के परिवारों को कुपोषण से मुक्ति दिलाने के लिए आहार अनुदान योजना के तहत 2.20 लाख महिलाओं के खातों में 1,500 रुपये दिए जा रहे हैं। विशेष पिछड़ी जनजातीय बहुल क्षेत्रों में पीएम जनमन योजना के तहत 53,000 से अधिक आवास बनाए गए हैं। बच्चों की शिक्षा के लिए 22 नए छात्रावास बनाए जाएंगे, जिससे 11 लाख परिवार लाभान्वित होंगे। प्रदेश में 3 लाख से अधिक रोजगार सृजित किए जाएंगे। इसके लिए 39 नए औद्योगिक क्षेत्र विकसित किए जाएंगे। साथ ही, स्वामी विवेकानंद युवा शक्ति मिशन शुरू किया जाएगा, जो युवाओं को रोजगार और कौशल विकास के अवसर प्रदान करेगा। वित्त मंत्री ने यह भी बताया कि प्रदेश में 900 से अधिक आईटीआई संस्थान होंगे, जो युवाओं को तकनीकी शिक्षा और प्रशिक्षण देंगे
पशु आहार के लिए प्रतिदिन 40 रुपये
- गौशालाओं में पशु आहार के लिए प्रतिदिन रूपए 20 को दोगुना कर रूपए 40 किया जा रहा है। 505 करोड़ का प्रस्ताव प्रस्तावित।
- धान उपार्जन अंतर्गत किसानों को 4 हजार प्रति हेक्टेयर के हिसाब से दिया जा रहा है। इसके लिए 850 करोड़ का प्रावधान प्रस्तावित।
- किसानों का सौर उर्जा पंप के लिए 447 करोड़ का प्रावधान।